लिखने एक नयी कहानी को

चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

मगर आगे खड़ी है मुश्किलें,
तेरी सारी हस्ती मिटाने को।
पर तू मिटा देना इन मुश्किलों को,
अपने हौसलें रूपी हथियार से।
क्योंकि चल पड़ी है ए जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

तुझें हर पल रोंना पड़ेगा,
तुझें अपनों को खोना पड़ेगा।
रोते-रोते सूख जाएंगे तेरे आंखो के आंसू,
चलते चलते पड़ जाएंगे तेरे पैरों में छाले।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

कभी टूटते हुए नजर आएंगे तेरे सपने,
सभी रूठते हुए नजर आएंगे तेरे अपने।
एक दिन छोड़ देंगे ये दुनियां वाले तेरा साथ,
पर तू कभी घबराना मत होकर निराश।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

लाख समस्याएं आएं,
फिर भी तेरे कदम न डगमगाए।
ये विश्वास बना ले तू,
बाकी छोड़ सारी कहानी तू।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

पराये हो जाएंगे हर अपने,
टूट जाएंगे तेरे हर सपने।
रूठ जाएगी तुझसे ये दुनियां
फिर भी भुला देना तू इनकी कमियां।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

तेरी जवानी तुझे लालच दिखाएगी,
तेरे पैरों की निशानी तुझे बहकायेगी।
पर भूल न जाना तू अपने सपनें को,
क्योंकि यही खुश करेंगे तेरे अपनों को।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

बस ये हवाओं के झोंके,
यही तेरा साथ निभाएंगे।
उड़ चल तू अपने सपनों की दुनियां में,
हर वक्त तुझें सिर्फ यही सिखाएंगे।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

लोगों की कड़वी बातें अक्सर तुझें रुलायेंगी,
तेरी हंसमुख जिंदगी को नर्क सा बनायेंगी।
सिर्फ तेरी सांसे तेरा साथ निभायेंगी,
बाकी सब तुझसे दूर चले जाएंगे।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखनी एक नयी कहानी को।।

तुझे तन्हाइयों में जीना पड़ेगा,
हर गम के आंसू पीना पड़ेगा।
तुझे कल्पनाओं की दुनियां में खोना पड़ेगा,
अपने इच्छाओंको आंसूओं से भीगोना पड़ेगा।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

उड़ते हुए ये पंछी,
तुझे सपने दिखाएंगे।
उड़ जा, तू ले गगन को,
तुझे बस यही बतायेगें।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नयी कहानी को।।

झूमते हुए ये पेड़ों के समूह,
तुझे गुनगुना कर यह बतलायेंगे।
कर ले तू अपने हृदय को इतना मजबूत,
न गिरा पाए तुझें निराशाओं के ताबूत।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नई कहानी को।।

चमकते हुए सूरज की रोशनी,
तेरे इरादों को चमकायेंगी।
निराशाओं के घने अंधेरे में,
तुझें एक नया रास्ता दिखायेंगी।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नई कहानी को।।

तेरी आंखों के झरोखें,
तुझे नयी दुनियां दिखायेंगे।
कल्पनाओं की दुनियां में,
तुझें खूब सैर कराएंगे।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नई कहानी को।।

रास्ते में बिखरे समस्या रूपी काटें,
तेरे सपनों को तोड़ते नजर आएंगे।
अगर तेरे हृदय में है धैर्य का बसेरा,
तो ये समस्याएं कुछ न बिगाड़ पाएंगी तेरा।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नई कहानी को।।

ऐसोआराम की जिंदगी,
तुझें खूब ललचवायेगी।
जब टूट जाएंगे तेरे सपने,
ये भी तेरा साथ छोड़ जाएंगी।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नई कहानी को।।

कुछ कर गुजरने के इरादें,
तेरे लिए नया रास्ता बनायेंगे।
कर ले तू उनको मजबूत,
तेरी जिंदगी संवार जायेंगे।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नई कहानी को।।

पर न छोड़ना कभी अपनों को,
गूढ़ समस्याओं की मझधार में।
जो तू निभाएगा अपना कर्तव्य,
तो पाएगा यश संसार में।
क्योंकि चल पड़ी है ऐ जिंदगी,
तू लिखने एक नई कहानी को।।


                  🗒️🖋️🖋️🖋️  शिवमणि"सफ़र"(विकास)

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