बारिश के बाद
मेढ़को की आवाज
क्या कभी सुना है आपने
टर्र टर्र टर्र।
बारिश के बाद
बहती हुई हवा को
क्या कभी महसूस किया है आपने
कितनी शीतल होती है।
बारिश के बाद
झूमते हुए पेड़ों को
क्या कभी देखा है आपने
कितने मन्द में गति से झूमते हैं।
बारिश के बाद
मिट्टी की खुशबू
क्या कभी सूंघा है आपने
कितनी मनमोहक होती है।
बारिश के बाद
घोंसलों से पक्षियों की आवाज
क्या कभी सुना है आपने
चूं चूं चीं चीं।
बारिश के बाद
हरे भरे खेत खलियानों को
क्या कभी देखा है आपने
हरियाली के गीत गुनगुनाते हैं।
बारिश के बाद
क्या कभी महसूस किया है अपने
चारों तरफ के वातावरण को
कितना शांत होता है।
बारिश के बाद
क्या कभी देखा है आपने
नीले-नीले अंबर को
कितना प्यारा लगता है।
🗒️🖋️🖋️🖋️ शिवमणि"सफ़र"(विकास)